3 बार हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे : तीन बार हनुमान चालीसा पढ़ने से मिलते हैं अद्भुत चमत्कारिक फायदे, जीवन में होंगे बड़े बदलाव

3 बार हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे : भगवान हनुमान जी को प्रसन्न करने और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए हनुमान चालीसा एक सच्चे आसान रास्ता है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार अगर आप हनुमान जी की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं और हनुमान जी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आप हनुमान जी की पूजा के साथ-साथ हनुमान चालीसा ( Hanuman Chalisa ) पाठ शुरू करें। हनुमान चालीसा पाठ करने से आपकी जिंदगी में चमत्कारिक और अद्भुत फायदे देखने को मिलेंगे।

हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने के लिए बहुत सारे उपाय बताए गए हैं। अगर आप केवल सच्चे भक्ति भाव के साथ प्रतिदिन भगवान हनुमान जी की पूजा करते हैं और हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, आप केवल इतना करके ही हनुमान जी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। हनुमान चालीसा ( Hanuman Chalisa ) पढ़ने के कुछ नियम बताए गए हैं जिनके अनुसार आप हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे प्राप्त कर सकते हैं। आपको हम यहां पर 3 बार हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे से क्या-क्या फायदे होंगे इसके बारे में जानेंगे।

3 बार हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे

अगर आप प्रतिदिन तीन बार हनुमान चालीसा पाठ करते हैं तो इसके आपको बहुत सारे अद्भुत लाभ प्राप्त होंगे –

  • प्रतिदिन तीन बार हनुमान चालीसा पढ़ने से आपके ऊपर हरदम हनुमान जी की कृपा बनी रहती है, आपके सभी संकट दूर होते हैं।
  • प्रतिदिन तीन बार हनुमान चालीसा पढ़ने से आपके घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी।
  • अगर आप प्रतिदिन तीन बार हनुमान चालीसा पाठ करते हैं तो इससे आपके अंदर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव रहता है।
  • प्रतिदिन तीन बार हनुमान चालीसा पाठ करने से आपके व्यापार और नौकरी में तरक्की होती है।
  • प्रतिदिन तीन बार हनुमान चालीसा पाठ करने से आपके व्यक्तित्व और आपके अंदर आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है।
  • प्रतिदिन तीन बार हनुमान चालीसा पढ़ने से आपकी सभी समस्याओं का समाधान मिलता है या कहें कि हनुमान चालीसा पाठ करने से आपके पास किसी भी प्रकार की दुख तकलीफ कष्ट नहीं आएगा।
  • प्रतिदिन तीन बार हनुमान चालीसा पाठ करने से आपके अंदर का भाई डर भाग जाएगा और इसके अलावा भूत पिसाच आपके निकट नहीं आएंगे।
  • हनुमान चालीसा का पाठ करने से आपके ऊपर कभी भी अनहोनी नहीं घटित होगी और ना ही आपकी अकाल मृत्यु होगी।

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हनुमान चालीसा पढ़ने के नियम

अगर हनुमान चालीसा पढ़ने का लाभ लेना चाहते हैं तो इसके कुछ नियम है जिनको फॉलो करना बहुत ही आवश्यक है –

  • हनुमान चालीसा पाठ करने में शुद्धता और पवित्रता बहुत ही जरूरी है, हनुमान चालीसा पाठ करने से पहले पूजा स्थल की अच्छे से साफ सफाई करें।
  • हनुमान चालीसा पाठ करने से पहले स्नान करें और साफ कपड़े धारण करें।
  • हनुमान चालीसा का पाठ हरदम घर की पूजा स्थल मंदिर या तीर्थ स्थल पर ही करना चाहिए।
  • हनुमान चालीसा पाठ करने से पहले दीप प्रज्वलित जरूर करें इसके बाद ही हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ें, दीपक में शुद्ध घी का इस्तेमाल करें।
  • हनुमान चालीसा पढ़ने में किसी भी तरह की जल्दबाजी न करें।
  • हनुमान चालीसा पाठ करते समय आपको सभी शब्दों का सही उच्चारण करना चाहिए।
  • हनुमान चालीसा पाठ करने के दौरान आप लाल रंग के फूल अपने पास रखें।
  • प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें और अपनी सुविधा अनुसार दिन में तीन बार, पांच बार, सात बार, नौ बार, 11 बार या 1 बार पाठ पूरे नियम के साथ करें।
  • अगर आप प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं तो आपको मांस और शराब के सेवन से दूर रहना अनिवार्य है।

हनुमान चालीसा लिखित में ( Hanuman Chalisa )

दोहा

श्रीगुरु चरन सरोज रज , निजमन मुकुरु सुधारि। बरनउं रघुबर बिमल जसु, जो दायक फल चारि।।
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।

चौपाई

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।
जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।राम दूत अतुलित बल धामा।
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।

महाबीर बिक्रम बजरंगी।
कुमति निवार सुमति के संगी।।

कंचन बरन बिराज सुबेसा।
कानन कुण्डल कुँचित केसा।।

हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजे।
कांधे मूंज जनेउ साजे।।

शंकर सुवन केसरी नंदन।
तेज प्रताप महा जग वंदन।।

बिद्यावान गुनी अति चातुर।
राम काज करिबे को आतुर।।

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।
राम लखन सीता मन बसिया।।

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।
बिकट रूप धरि लंक जरावा।।

भीम रूप धरि असुर संहारे।
रामचन्द्र के काज संवारे।।

लाय सजीवन लखन जियाये।
श्री रघुबीर हरषि उर लाये।।

रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं।
अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं।।

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा।
नारद सारद सहित अहीसा।।

जम कुबेर दिगपाल जहां ते।
कबि कोबिद कहि सके कहां ते।।

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा।
राम मिलाय राज पद दीन्हा।।

तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना।
लंकेश्वर भए सब जग जाना।।

जुग सहस्र जोजन पर भानु।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।
जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।

दुर्गम काज जगत के जेते।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।

राम दुआरे तुम रखवारे।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।

सब सुख लहै तुम्हारी सरना।
तुम रच्छक काहू को डर ना।।

आपन तेज सम्हारो आपै।
तीनों लोक हांक तें कांपै।।

भूत पिसाच निकट नहिं आवै।
महाबीर जब नाम सुनावै।।

नासै रोग हरे सब पीरा।
जपत निरन्तर हनुमत बीरा।।

संकट तें हनुमान छुड़ावै।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।

सब पर राम तपस्वी राजा।
तिन के काज सकल तुम साजा।।

और मनोरथ जो कोई लावै।
सोई अमित जीवन फल पावै।।

चारों जुग परताप तुम्हारा।
है परसिद्ध जगत उजियारा।।

साधु संत के तुम रखवारे।।
असुर निकन्दन राम दुलारे।।

अष्टसिद्धि नौ निधि के दाता।
अस बर दीन जानकी माता।।

राम रसायन तुम्हरे पासा।
सदा रहो रघुपति के दासा।।

तुह्मरे भजन राम को पावै।
जनम जनम के दुख बिसरावै।।

अंत काल रघुबर पुर जाई।
जहां जन्म हरिभक्त कहाई।।

और देवता चित्त न धरई।
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।।

सङ्कट कटै मिटै सब पीरा।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।

जय जय जय हनुमान गोसाईं।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।

जो सत बार पाठ कर कोई।
छूटहि बन्दि महा सुख होई।।

जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।
होय सिद्धि साखी गौरीसा।।

तुलसीदास सदा हरि चेरा।
कीजै नाथ हृदय महं डेरा।।

दोहा

पवनतनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ( FAQ )

हनुमान चालीसा कब नहीं पढ़नी चाहिए ?

हनुमान चालीसा का पाठ सूतक काल में नहीं करना चाहिए इसके अलावा अगर महिला का मासिक धर्म चल रहा है तो महिला को हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करना चाहिए।

हनुमान चालीसा पढ़ते समय क्या नहीं करना चाहिए?

अगर आप हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं तो आप किसी को अपशब्द ना बोले, किसी का अपमान ना करें, किसी निर्बल को ना सताए, अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको हनुमान चालीसा पढ़ने का कोई लाभ प्राप्त नहीं होगा।

हनुमान चालीसा कितने दिन में सिद्ध हो जाता है?

अगर कोई भक्त लगातार 21 दिनों तक हनुमान चालीसा का पाठ करता है या फिर लगातार 21 मंगलवार हनुमान चालीसा का पाठ करता है तो हनुमान चालीसा सिद्ध हो जाता हैं।

हनुमान चालीसा कितने बजे पढ़नी चाहिए ?

हनुमान चालीसा का पाठ ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 4:00 बजे से 5:00 के बीच करना बहुत ही शुभ माना जाता है।

 

 

 

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