हिंदू धर्म में प्रत्येक त्योहार और प्रत्येक दिन का विशेष महत्व माना जाता है, ज्योतिषों के अनुसार हिंदू धर्म में शनि अमावस्या ( Shani Amavasya ) का महत्व बहुत अधिक माना गया है। शास्त्रों के अनुसार शनि अमावस्या के दिन शनि दोष और कालसर्प दोष से छुटकारा पाने का अच्छा दिन होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन पूरे सच्चे भाव के साथ शनिदेव की पूजा करने से व्यक्ति के ऊपर चले आ रहे हैं शनि दोष और कालसर्प दोष से छुटकारा मिलता है।
हिंदू शास्त्रों के अनुसार अमावस्या के दिन गंगा स्नान करना दान पूर्ण करना बहुत ही ज्यादा शुभ माना जाता है। इतना ही नहीं अमावस्या के दिन पिंडदान और श्रद्धा कर्म करने से पितरों की कृपा प्राप्त होती है। क्योंकि मार्च में अमावस्या शनिवार के दिन पड़ रही है इस इसलिए इस शनि अमावस्या का महत्व बहुत ही ज्यादा बढ़ जाता है। शनि अमावस्या के दिन आप भगवान भोलेनाथ और शनि देव की पूजा अर्चना करके आप विशेष आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं और अपनी जिंदगी में आ रहे सभी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
शनि अमावस्या कब है ? ( Shani Amavasya )
मार्च महीने में शनि अमावस्या तिथि की शुरुआत 28 मार्च को संध्या काल 7:35 पर शुरू होगी और इसका समापन अगले दिन 29 मार्च को दोपहर 4:27 पर होगा। इस हिसाब से शनि अमावस्या 29 मार्च को मनाई जाएगी और 29 मार्च को ही शनि अमावस्या के दिन पूजा करने की शुभ तिथि है।
क्योंकि इस बार वैदिक पंचांग के अनुसार शनि अमावस्या के दिन वर्ष 2025 का पहला सूर्य ग्रहण भी लगेगा इसलिए सभी भक्तों को इस दिन पूजा के साथ-साथ दूसरी बातों का भी विशेष ध्यान देना अनिवार्य है। क्योंकि अमावस्या तिथि भगवान शिव जी को समर्पित है इसलिए आप इस दिन पूजा के समय भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करें और साथ में शनिवार होने की वजह से आप इस दिन शनि देव की भी पूजा करें।
शनि अमावस्या 2025 के दिन भूलकर ना करें यह काम
- शनि अमावस्या के दिन भूल कर भी माता-पिता बुजुर्ग और महिलाओं का अपमान नहीं करना चाहिए ऐसा करने से शनि देव का गलत प्रभाव आप पर पड़ता है।
- शनि अमावस्या के दिन किसी भी बेजुबान जानवर को परेशान या हानि नहीं पहुंचानी चाहिए। आप किस दिन ऐसा करते हैं तो आप पर शनि देव की गलत प्रभाव पड़ता है और आपको इसका हानि उठानी पड़ सकती है।
- शनि अमावस्या के दिन आपको तामसिक भोजन मांस मदिरा का सेवा नहीं करना चाहिए इसके अलावा आप इस दिन छल कपट झूठ ना बोले।
- शनि अमावस्या के दिन हम सभी लोगों को बाल नाखून दाढ़ी नहीं कटवाना चाहिए ऐसा करना बहुत ही ज्यादा अशुभ माना जाता है और इसका गलत प्रभाव पड़ता है।
शनि अमावस्या के दिन करें यह उपाय
हिंदू शास्त्रों के अनुसार शनि अमावस्या के दिन हम सभी लोगों को भगवान भोलेनाथ और भगवान शनि देव प्राप्त करने के लिए इस दिन दान पुन्न करना चाहिए। आप किस दिन जरूरतमंद लोगों को अन्य वस्त्र और तेल का दान कर सकते हैं। आप शनि अमावस्या के दिन पीपल की पेड़ की पूजा करें और आप सरसों के तेल का दीपक जलाएं। अमावस्या के दिन शनि देव के मंदिर जाकर पूजा करें और तेल जरुर चढ़ाएं, इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें जिससे कि आपके ऊपर नकारात्मक प्रभाव का असर ना हो।
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पितरों की कृपा पाने के लिए करें इस स्तोत्र का पाठ
चैत्र माह में पढ़ने वाली शनि अमावस्या के दिन सभी भक्त लोग अगर पितरों की कृपा पाना चाहते हैं तो आप इस दिन पूजा के दौरान नीचे दिए गए स्त्रोत का पाठ जरूर करें, आप नीचे दिए गए स्त्रोत का पाठ करते हैं तो इससे आपके पितरों का आपके आशीर्वाद प्राप्त होगा।
अर्चितानाममूर्तानां पितृणां दीप्ततेजसाम् ।
नमस्यामि सदा तेषां ध्यानिनां दिव्यचक्षुषाम् ।।
इन्द्रादीनां च नेतारो दक्षमारीचयोस्तथा ।
सप्तर्षीणां तथान्येषां तान् नमस्यामि कामदान् । ।
मन्वादीनां च नेतार: सूर्याचन्दमसोस्तथा ।
तान् नमस्यामहं सर्वान् पितृनप्युदधावपि ।।
नक्षत्राणां ग्रहाणां च वाय्वग्न्योर्नभसस्तथा ।
द्यावापृथिवोव्योश्च तथा नमस्यामि कृताञ्जलि: ।।
देवर्षीणां जनितृंश्च सर्वलोकनमस्कृतान् ।
अक्षय्यस्य सदा दातृन् नमस्येहं कृताञ्जलि: ।।
प्रजापते: कश्पाय सोमाय वरुणाय च ।
योगेश्वरेभ्यश्च सदा नमस्यामि कृताञ्जलि: ।।
नमो गणेभ्य: सप्तभ्यस्तथा लोकेषु सप्तसु ।
स्वयम्भुवे नमस्यामि ब्रह्मणे योगचक्षुषे ।।
सोमाधारान् पितृगणान् योगमूर्तिधरांस्तथा ।
नमस्यामि तथा सोमं पितरं जगतामहम् ।।
अग्रिरूपांस्तथैवान्यान् नमस्यामि पितृनहम् ।
अग्रीषोममयं विश्वं यत एतदशेषत: ।।
ये तु तेजसि ये चैते सोमसूर्याग्रिमूर्तय: ।
जगत्स्वरूपिणश्चैव तथा ब्रह्मस्वरूपिण: ।।
तेभ्योखिलेभ्यो योगिभ्य: पितृभ्यो यतामनस: ।
नमो नमो नमस्तेस्तु प्रसीदन्तु स्वधाभुज ।।
कालसर्प दोष निवारण उपाय
कालसर्प दोष से छुटकारा पाना चाहते हैं तो शनि अमावस्या के दिन नीचे बताए गए उपाय को जरूर फॉलो करें –
- शनि अमावस्या के दिन आपके कालसर्प दोष से निवारण पाने के लिए योग्य पंडित जी से काल सर्प दोष निवारण पूजा करनी चाहिए।
- कालसर्प दोष से छुटकारा पाने के लिए शनि अमावस्या के दिन जरूरतमंद लोगों को उनके हिसाब से गरीबों को दान करें।
- आप गरीबों को उनकी की जरूरत के हिसाब से काले वस्त्र जूते काले तिल और सरसों तेल का दान करें।
- आप शानी अमावस्या के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा करें और उनका अभिषेक करें और आप पूजा के दौरान महामृत्युंजय मंत्र का जाप जरुर करें।
- कालसर्प दोष से छुटकारा पाने के लिए आप नाग देवता की पूजा करें उन्हें दूध अर्पित करें इसके अलावा चांदी के नाग नागिन के जोड़े को गंगा नदी में प्रवाहित करें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
शनि अमावस्या के दिन क्या करना चाहिए ?
शनि अमावस्या के दिन सभी भक्तों को सुबह गंगा स्नान करने के बाद पूरी विधि विधान के साथ भगवान भोलेनाथ और शनि देव की पूजा करनी चाहिए और इस दिन गरीब लोगों को उनकी जरूरत के हिसाब से काले जूते वस्त्र सरसों का तेल और तिल का दान करना चाहिए।
2025 में शनि अमावस्या कब पड़ेगी ?
वर्ष 2025 में शनि अमावस्या 29 मार्च दिन शनिवार को पड़ेगी।
अमावस्या के दिन कौन सा टोटका करना चाहिए ?
अमावस्या के दिन धन दौलत समृद्धि पाने के लिए आप एक घी के दीपक में केसर और दो लौंग के दाने डालकर माता लक्ष्मी जी की पूजा करें ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
अमावस्या की रात क्या करना चाहिए?
अमावस्या की रात में आप भगवान विष्णु माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करनी चाहिए ऐसा करने से आपकी जिंदगी में धन दौलत सुख समृद्धि आती है और आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
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