शिव तांडव स्रोत सरल भाषा में : शिव तांडव स्त्रोत को लंका पर सजावट के द्वारा लिखा गया गया है। शिव तांडव स्त्रोत एक बहुत ही अद्भुत शक्तिशाली और चमत्कारी स्रोत है। शिव तांडव स्त्रोत ( Shiv Stotram Lyrics ) का पाठ करने से शरीर में एक नई ऊर्जा का संचार होता है। शिव तांडव स्त्रोत में इतनी शक्ति और ताकत है कि व्यक्ति भगवान शिव जी को प्रसन्न कर सकता है और शिव जी की कृपा प्राप्त कर सकता है।
शिव तांडव स्त्रोत ( Shiv Stotram Lyrics ) का नियमित पाठ करने से शिव जी को प्रसन्न कर सकते हैं। आपके अंदर आत्मविश्वास की कमी है, आपके अंदर किसी भी तरह का डर बैठा है, कुंडली में सर्प योग है पितृ दोष है या फिर शनि दोष है तो आप प्रतिदिन शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करें। आप यकीन मानिए प्रतिदिन शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करने से शिव जी की कृपा से आपके अंदर का डर खत्म होगा और आपके अंदर एक नई ऊर्जा का संचार होगा। आप सभी भक्त लोगों को शिव तांडव स्त्रोत पाठ करने में किसी भी ट्रिक समस्या ना हो इसके लिए शिव तांडव स्रोत सरल भाषा में प्रोवाइड कर रहे हैं।
शिव तांडव स्रोत सरल भाषा में | Shiv Stotram Lyrics
जटा टवी गलज्जलप्रवाह पावितस्थले गलेऽव लम्ब्यलम्बितां भुजंगतुंग मालिकाम्।
डमड्डमड्डमड्डमन्निनाद वड्डमर्वयं चकारचण्डताण्डवं तनोतु नः शिव: शिवम्जटाकटा हसंभ्रम भ्रमन्निलिंपनिर्झरी विलोलवीचिवल्लरी विराजमानमूर्धनि।
धगद्धगद्धगज्ज्वल ल्ललाटपट्टपावके किशोरचंद्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं मम:धराधरेंद्रनंदिनी विलासबन्धुबन्धुर स्फुरद्दिगंतसंतति प्रमोद मानमानसे।
कृपाकटाक्षधोरणी निरुद्धदुर्धरापदि क्वचिद्विगम्बरे मनोविनोदमेतु वस्तुनिजटाभुजंगपिंगल स्फुरत्फणामणिप्रभा कदंबकुंकुमद्रव प्रलिप्तदिग्व धूमुखे।
मदांधसिंधु रस्फुरत्वगुत्तरीयमेदुरे मनोविनोदद्भुतं बिंभर्तुभूत भर्तरिसहस्रलोचन प्रभृत्यशेषलेखशेखर प्रसूनधूलिधोरणी विधूसरां घ्रिपीठभूः।
भुजंगराजमालया निबद्धजाटजूटकः श्रियैचिरायजायतां चकोरबंधुशेखरःललाटचत्वरज्वल द्धनंजयस्फुलिंगभा निपीतपंच सायकंनम न्निलिंपनायकम्।
सुधामयूखलेखया विराजमानशेखरं महाकपालिसंपदे शिरोजटालमस्तुनःकरालभालपट्टिका धगद्धगद्धगज्ज्वल द्धनंजया धरीकृतप्रचंड पंचसायके।
धराधरेंद्रनंदिनी कुचाग्रचित्रपत्र कप्रकल्पनैकशिल्पिनी त्रिलोचनेरतिर्ममनवीनमेघमंडली निरुद्धदुर्धरस्फुर त्कुहुनिशीथनीतमः प्रबद्धबद्धकन्धरः।
निलिम्पनिर्झरीधरस्तनोतु कृत्तिसिंधुरः कलानिधानबंधुरः श्रियं जगंद्धुरंधरःप्रफुल्लनीलपंकज प्रपंचकालिमप्रभा विडंबि कंठकंध रारुचि प्रबंधकंधरम्।
स्मरच्छिदं पुरच्छिंद भवच्छिदं मखच्छिदं गजच्छिदांधकच्छिदं तमंतकच्छिदं भजेअखर्वसर्वमंगला कलाकदम्बमंजरी रसप्रवाह माधुरी विजृंभणा मधुव्रतम्।
स्मरांतकं पुरातकं भावंतकं मखांतकं गजांतकांधकांतकं तमंतकांतकं भजेजयत्वदभ्रविभ्रम भ्रमद्भुजंगमस्फुरद्ध गद्धगद्विनिर्गमत्कराल भाल हव्यवाट्।
धिमिद्धिमिद्धि मिध्वनन्मृदंग तुंगमंगलध्वनिक्रमप्रवर्तित: प्रचण्ड ताण्डवः शिवःदृषद्विचित्रतल्पयो र्भुजंगमौक्तिकमस्र जोर्गरिष्ठरत्नलोष्ठयोः सुहृद्विपक्षपक्षयोः।
तृणारविंदचक्षुषोः प्रजामहीमहेन्द्रयोः समं प्रवर्तयन्मनः कदा सदाशिवं भजेकदा निलिंपनिर्झरी निकुंजकोटरे वसन् विमुक्तदुर्मतिः सदा शिरःस्थमंजलिं वहन्।
विमुक्तलोललोचनो ललामभाललग्नकः शिवेति मंत्रमुच्चरन् कदा सुखी भवाम्यहम्इमं हि नित्यमेव मुक्तमुक्तमोत्तम स्तवं पठन्स्मरन् ब्रुवन्नरो विशुद्धमेति संततम्।
हरे गुरौ सुभक्तिमाशु याति नान्यथागतिं विमोहनं हि देहिनां सुशंकरस्य चिंतनम्
शिव तांडव स्त्रोत के फायदे ( Shiv Tandav )
- प्रतिदिन शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करने से भगवान शिव जी की कृपया प्राप्त होती है और उनकी कृपा से आपके सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।
- शास्त्रों में वर्णन है कि शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करने से व्यक्ति सदस्य के लिए पवित्र हो जाता है, भगवान शिव जी से जुड़ने के लिए इस स्त्रोत अलावा कोई दूसरा आसान रास्ता नहीं है।
- प्रतिदिन शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करने से शरीर को नई ऊर्जा प्राप्त होती है और आत्म बल मजबूत होता है।
- कुंडली में शनि दोष कालसर्प दोष या पित्त दोष है तो व्रत की शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करने से सभी दोष कुंडली से समाप्त होते हैं।
- प्रतिदिन शिव तांडव स्त्रोत पाठ करने से मृत्यु का भय, अंदर बैठा हुआ डर, आत्मविश्वास की कमी दूर होती है।
- प्रतिदिन शिव तांडव स्त्रोत करने से व्यापार में सफलता प्राप्त होती है आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
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शिव तांडव स्त्रोत पाठ करने की विधि
- शिव तांडव स्त्रोत पाठ आप सुबह या शाम किसी भी टाइम कर सकते हैं। अगर आप प्रतिदिन शिव तांडव स्त्रोत का पाठ नहीं कर सकते तो प्रदोष काल में शिव तांडव स्त्रोत का पाठ जरूर करें।
- शिव तांडव स्त्रोत पाठ करने से पहले आप स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहने।
- अब आप भगवान भोलेनाथ जी के मंदिर जाकर भोलेनाथ जी को प्रणाम करें और पूरे विधि विधान के साथ पूजा करें।
- अब आप शिव जी के सामने हाथ जोड़कर तेज स्वरों में शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करें।
- शिव तांडव स्त्रोत पाठ हो जाने के बाद आप हाथ जोड़कर शिव जी का ध्यान करें और अपने सभी गलतियां के लिए क्षमा याचना करें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ( FAQ )
रोज शिव तांडव पढ़ने से क्या होता है?
रोड शिव तांडव पढ़ने से व्यक्ति के चेहरे पर ऊर्जा का नया संचार होता है, अंदर बैठा डर खत्म होता है, आत्म बल मजबूत होता है, भगवान शिव जी अपने भक्त से प्रसन्न होते हैं।
शिव तांडव में कितने श्लोक हैं?
शिव तांडव स्त्रोत में 17 श्लोक है।
शिव तांडव स्त्रोत कब पढ़ना चाहिए?
शिव तांडव स्त्रोत का पाठ आप सुबह या शाम कर सकते हैं, इसके अलावा आप प्रदोष काल में शाम के वक्त शिव तांडव स्त्रोत का पाठ कर सकते हैं।
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