Hanuman Ji Ke 108 Naam : हनुमान जी की सच्चे भक्ति भाव और पूरी श्रद्धा के साथ पूजा करने से हनुमान जी की कृपा से भक्त की जिंदगी में कभी भी समस्या नहीं आती है और जिंदगी में चल रहे समस्याएं समाप्त होते हैं। आप मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान मंदिर जाकर हनुमान जी की पूजा करते हैं और साथ में हनुमान चालीसा के साथ-साथ हनुमान जी के 108 नाम ( Hanuman Ji Ke 108 Naam ) का जाप करते हैं तो इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
हमारे हिंदू शास्त्रों में हर जगह हनुमान जी को कलयुग का देवता बताया गया है। शास्त्रों में बताया गया है कि जब हर जगह से आप परेशान हो चुके हो और आपके सामने कोई रास्ता नजर ना आ रहा हो तो आप हनुमान जी के शरण में जाकर सभी दुख तकलीफों से मुक्ति पा सकते हैं। आप सभी दुख तकलीफों से मुक्ति पाने के लिए और जिंदगी में सुख समृद्धि पानी के लिए आप प्रत्येक दिन हनुमान जी की पूजा करें और साथ में हनुमान जी के 108 नाम ( Hanuman Ji Ke 108 Naam ) नाम का जाप करें।
हनुमान जी के 108 नाम ( Hanuman Ji Ke 108 Naam )
( हनुमान जी के 108 नाम )
1. भीमसेन सहायकृते
2. कपीश्वराय
3. महाकायाय
4. कपिसेनानायक
5. कुमार ब्रह्मचारिणे
6. महाबलपराक्रमी
7. रामदूताय
8. अभयदाता
9. केसरी सुताय
10. शोक निवारणाय
11. अंजनागर्भसंभूताय
12. विभीषणप्रियाय
13. वज्रकायाय
14. रामभक्ताय
15. लंकापुरीविदाहक
16. सुग्रीव सचिवाय
17. पिंगलाक्षाय
18. हरिमर्कटमर्कटाय
19. रामकथालोलाय
20. सीतान्वेणकर्त्ता
21. वज्रनखाय
22. रुद्रवीर्य
23. वायु पुत्र
24. रामभक्त
25. वानरेश्वर
26. ब्रह्मचारी
27. आंजनेय
28. महावीर
29. हनुमत
30. मारुतात्मज
31. तत्वज्ञानप्रदाता
32. सीता मुद्राप्रदाता
33. अशोकवह्रिकक्षेत्रे
34. सर्वमायाविभंजन
35. सर्वबन्धविमोत्र
36. रक्षाविध्वंसकारी
37. परविद्यापरिहारी
38. परमशौर्यविनाशय
39. परमंत्र निराकर्त्रे
40. परयंत्र प्रभेदकाय
41. सर्वग्रह निवासिने
42. सर्वदु:खहराय
43. सर्वलोकचारिणे
44. मनोजवय
45. पारिजातमूलस्थाय
46. सर्वमूत्ररूपवते
47. सर्वतंत्ररूपिणे
48. सर्वयंत्रात्मकाय
49. सर्वरोगहराय
50. प्रभवे
51. सर्वविद्यासम्पत
52. भविष्य चतुरानन
53. रत्नकुण्डल पाहक
54. चंचलद्वाल
55. गंधर्वविद्यात्त्वज्ञ
56. कारागृहविमोक्त्री
57. सर्वबंधमोचकाय
58. सागरोत्तारकाय
59. प्रज्ञाय
60. प्रतापवते
61. बालार्कसदृशनाय
62. दशग्रीवकुलान्तक
63. लक्ष्मण प्राणदाता
64. महाद्युतये
65. चिरंजीवने
66. दैत्यविघातक
67. अक्षहन्त्रे
68. कालनाभाय
69. कांचनाभाय
70. पंचवक्त्राय
71. महातपसी
72. लंकिनीभंजन
73. श्रीमते
74. सिंहिकाप्राणहर्ता
75. लोकपूज्याय
76. धीराय
77. शूराय
78. दैत्यकुलान्तक
79. सुरारर्चित
80. महातेजस
81. रामचूड़ामणिप्रदाय
82. अंजली सुत
83. मैनाकपूजिताय
84. मार्तण्डमण्डलाय
85. विनितेन्द्रिय
86. रामसुग्रीव सन्धात्रे
87. महारावण मर्दनाय
88. स्फटिकाभाय
89. वागधीक्षाय
90. नवव्याकृतपंडित
91. चतुर्बाहवे
92. दीनबन्धवे
93. महात्मने
94. भक्तवत्सलाय
95.अपराजित
96. शुचये
97. वाग्मिने
98. दृढ़व्रताय
99. कालनेमि प्रमथनाय
100. दान्ताय
101. शान्ताय
102. प्रसनात्मने
103. शतकण्ठमदापहते
104. केसरी नंदन
105. अनघ
106. अकाय
107. तत्त्वगम्य
108. लंकारि
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ( FAQ )
हनुमान जी का प्रिया अंक कौन सा है ?
अंक ज्योतिष के अनुसार हनुमान जी का पी अंक 9 है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार जिन लोगों का जन्म 9 18 और 27 तारीख को होता है उनका मूलांक ना होता है ऐसे लोगों पर हनुमान जी की विशेष कृपा रहती है।
हनुमान जी का सबसे पावरफुल मंत्र कौन सा है ?
“ॐ नमो भगवते पञ्चवदनाय, पूर्वकपि मुखाय, सकल शत्रु संहारणाय स्वाहा॥” या “ॐ हं हनुमते नमः” को बहुत शक्तिशाली माना जाता है.
हनुमान जी की सबसे प्रिय राशि कौन सी है?
हनुमान जी की सबसे प्रिय राशि सिंह राशि है।
हनुमान जी का भूत भगाने का मंत्र क्या है ?
ॐ दक्षिणामुखाय पच्चमुख हनुमते करालबदनाय, नारसिंहास ॐ हां हीं हूं हौं ह: सकलभीतप्रेतदमनाय स्वाहा:। प्रनवउं पवनकुमार खल बन पावक ग्यानधन, जासु हृदय आगार बसिंह राम सर चाप घर ।। प्रेत बाधाओं से मुक्ति दिलाने वाला यह प्रभु हनुमान जी का अचूक मंत्र है।
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