Akshaya tritiya muhurat 2025-यहां जानिए अक्षय तृतीया की पूजा, भोग और सोने खरीदारी करने का सही मुहूर्त!

Akshaya tritiya muhurat 2025 – अक्षय तृतीया का पावन अवसर आ चुका है। वहीं लोग अक्षय तृतीया का पूर्ण लाभ लेने के लिए इसकी पूजा, भोग और खरीदारी के सही मुहूर्त पर भी चर्चा कर रहे हैं। आईए जानते हैं कि अक्षय तृतीया की पूजा का क्या है सही मुहूर्त! इस विधि के अनुसार अक्षय तृतीया के संपूर्ण लाभ के लिए देवताओं की करें उपासना!

Akshaya tritiya 2025 – अक्षय तृतीया का त्यौहार भारत में काफी धूमधाम से मनाया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन गरीबों को खाना खिलाने, भगवान को संपूर्ण विधि और भोग अर्पित करने तथा सोना खरीदने से अक्षय तृतीया का संपूर्ण लाभ प्राप्त होता है। भारत में इस साल अक्षय तृतीया उदयतिथि के मुताबिक 30 अप्रैल 2025 बुधवार के दिन मनाई जाएगी। ‌ हालांकि अक्षय तृतीया 29 अप्रैल को 5:30 पर शुरू होगी और 30 अप्रैल को दोपहर 2:12 बजे समाप्त हो जाएगी।

Akshaya tritiya Gold buying muhurat 2025:भारत में अक्षय तृतीया के दिन काफी ज्यादा सोने की खरीदारी करना शुभ माना जाता है और इस दिन सोने के खरीदारी में तेजी से उछाल आता है। खान के सभी भारतीय नियम से चलते हैं इसीलिए अक्षय तृतीया के दिन सोने खरीदने का सही मुहूर्त जानना भी जरूरी है। अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदने का सही मुहूर्त (Akshaya tritiya 2025 gold buying muhurat) सुबह 5: 41 मिनट से शुरू होकर दोपहर 2:12 मिनट तक रहेगा। शास्त्रों के अनुसार यदि आप सोना खरीदने में असमर्थ है तो आप अक्षय तृतीया के दिन कोई भी शुभ धातु जैसे पीतल, सिल्वर, पीली सरसों या धातु से बने बर्तन खरीद सकते हैं।

अक्षय तृतीया का पूजा करने का शुभ मुहूर्त (akshaya tritiya shubh muhurat 2025) सुबह 5:41 से दोपहर 12:18 मिनट तक माना गया है। यदि आप इस शुभ मुहूर्त में भगवान लक्ष्मीनारायण की आराधना करते हैं तो यह जीवन भर के लिए शुभ माना जाता है।

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Akshaya Tritiya 2025 Puja vidhi:अक्षय तृतीया के दिन यदि सही विधि से भगवान लक्ष्मीनारायण की पूजा की जाए तो कई लाभ और सुख समृद्धि प्राप्त होती है। 30 अप्रैल 2025 को अक्षय तृतीया का पावन अवसर मनाया जा रहा है और यदि आप शुभ मुहूर्त की बात करें तो सुबह 5: 41 का समय पूजा करने का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त माना जा रहा है।

अक्षय तृतीया की पूजा विधि के अनुसार आप सुबह उठकर गंगाजल युक्त जल से स्नान करें। एक लकड़ी की चौकी स्थापित करें और पीला कपड़ा बिछाए। ‌ भगवान के स्थान पर लक्ष्मीनारायण की फोटो या मूर्ति स्थापित करें। किसी साफ पीतल या तांबे की लोटे में जल भरे। लक्ष्मीनारायण को चंदन और रौली का तिलक करें तथा पीले फूल भी अर्पित करें। भगवान के समक्ष घी का दीपक जलाएं। भगवान के लिए तैयार पीले भोग को किसी तांबे या पीतल की कटोरी में अर्पित करें। आप लक्ष्मी नारायण को पीले लड्डू और पीली सरसों का भी भोग लगा सकते हैं। विष्णु सहस्त्रनाम और लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें। आखिर में आरती करके अक्षय तृतीया के दिन भगवान लक्ष्मीनारायण से जीवन में सुख समृद्धि की कामना करें।

Akshaya Tritiya 2025 significance:हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का काफी महत्व बताया जाता है। अक्षय तृतीया के दिन न सिर्फ सोना खरीदने के लिए लोकप्रिय है बल्कि यह धार्मिक कथाओं में कई बड़ी बातों से हमें रूबरू कराता है। अक्षय तृतीया 2025 में 30 अप्रैल को मनाई जा रही है तथा आपको बता देते हैं कि पौराणिक कथाओं में अक्षय तृतीया के दिन से त्रेता युग की शुरुआत हुई थी। वही अक्षय तृतीया के दिन ही भगवान परशुराम का जन्म भी हुआ था। अक्षय तृतीया का दिन इतना शुभ है कि यह दिन एक अबूझ मुहूर्त लाता है इसका मतलब यह है कि आज के दिन कोई भी अच्छा कार्य करने के लिए किसी मुहूर्त की जरूरत नहीं होती तथा हर नए काम में सफलता प्राप्त होती है। वही आज के दिन विवाह के लिए भी कोई मुहूर्त नहीं देखा जाता है जबकि अक्षय तृतीया के दिन विवाह के पूरे दिन योग बताए जाते हैं।

अक्षय तृतीया के दिन दान का बहुत बड़ा महत्व बताया जाता है। आपको बता दे कि यदि आप सोना खरीदने में असमर्थ है तो आप मिट्टी का मटका खरीद कर गरीबों में दान कर सकते हैं क्योंकि यह पौराणिक कथाओं के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन मटका खरीद कर दान करने से सोने के बराबर ही लाभ दिलाता है तथा ऐसा करने से देवता भी प्रसन्न होते हैं।

निष्कर्ष:इस आर्टिकल में हमने आपको Akshaya tritiya 2025 से संबंधित जानकारी दिए हैं जिसमें हमने आपको अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व के बारे में बताया है।

 

 

 

 

 

 

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