Diwali Puja Vidhi : दिवाली के दिन पूरे विधि विधान के साथ गणेश लक्ष्मी जी की पूजा का विधान है। धार्मिक मानताओ के अनुसार दिवाली के दिन गणेश लक्ष्मी जी की पूजा करने से घर में सुख समृद्धि आती है और घर में लक्ष्मी जी का वास पूरे वर्ष बना रहता है। दिवाली के दिन मां लक्ष्मी जी की पूजा तभी सिद्ध होती है जब हम पूरे विधवत तरीके से मां लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं। अगर आप दिवाली में पहली बार पूजा करने जा रहे हैं तो आपके यहां पर दिवाली पूजा विधि ( Diwali Puja Vidhi ) से जुड़ी पूरी जानकारी देंगे, जिससे कि आपको दिवाली पूजा करने में किसी भी तरह की कोई आसुविधा ना हो।
दिवाली 2025 डेट और शुभ मुहूर्त
दिवाली प्रत्येक वर्ष कार्तिक महीने के अमावस्या तिथि के दिन मनाई जाती है, इस वर्ष 2025 में दिवाली 20 अक्टूबर 2025 दिन सोमवार को मनाई जाएगी। दिवाली के दिन आप शुभ मुहूर्त पर गणेश लक्ष्मी जी की पूजा कर सकते हैं, दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त आपको नीचे दिया जा रहा है-
- दिवाली पूजा शुभ मुहूर्त शाम 7:08 लेकर 8:18 तक
- प्रदोष काल का समय 5:46 से लेकर 8:18 तक
- वृषभ काल शाम 7:08 से लेकर 9:03 तक
- निशिता काल मुहूर्त रात्रि 11:41 से लेकर 12:31 तक
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दीपावली पर लक्ष्मी गणेश जी की पूजा कैसे करें ( Diwali Puja Vidhi )
आपको दीपावली के दिन गणेश लक्ष्मी पूजन करने में किसी भी तरह की समस्या ना हो इसके लिए हम आपको बहुत ही आसान विधि बता रहे हैं।
- आप सबसे पहले पूजा स्थल पर चौकी रखें और चौकी पर लाल कपड़ा डालें।
- अब आपको कपड़े के ऊपर गंगाजल का छिड़काव करना है।
- अब आपको थोड़े अच्छा डालकर उसके ऊपर गणेश लक्ष्मी जी की प्रतिमा विराजमान करें।
- आपके यहां पर ध्यान देना है कि लक्ष्मी जी की प्रतिमा गणेश जी की दाहिनी तरफ होनी चाहिए और भगवान गणेश और लक्ष्मी जी की मूरत का मुंह दक्षिण या पूर्व दिशा में होना चाहिए।
- अब आपको गणेश और लक्ष्मी जी पर फूलों से गंगाजल लेकर गंगाजल छिड़के।
- अब आपको गणेश लक्ष्मी मां को तिलक लगाए इसके बाद आप अक्षत फूल और कमल का फूल अर्पित करें।
- अब आपको पांच प्रकार के फल पान के पत्ते पांच में हुए सफेद मिठाई और खीर का भोग लगाए।
- अब आपको एक पैन में पांच प्रकार के मेवे और एक पैन में सफेद मिठाई रखकर अर्पित करें।
- इसके बाद आप पीतल या किसी भी बर्तन में खड़ा धनिया भर कर रखें।
- अब अपने जो लक्ष्मी पोटली बनाई है उसको आप रखें।
- अब आप अपने अनुसार 11 या 21 दिया रखें और उसमें खिले डालें।
- इसके बाद आपको एक अखंड दीपक जलाना है और ध्यान रखना है कि यह अखंड दीपक पूरी रात जलना चाहिए।
- अब आपको मां लक्ष्मी जी की आरती करनी है।
- अब आपको लक्ष्मी जी की कुबेर जी के मंत्र की तीन माला जप करनी है।
लक्ष्मी मंत्र : “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं सिद्ध लक्ष्म्यै नम:”
दिवाली पूजन सामग्री
- पूजा के लिए मां लक्ष्मी और गणेश जी की प्रतिमा और कलावा अवश्य रखें.
- भगवानों के वस्त्र और शहद शामिल करें।
- गंगाजल, फूल, फूल माला, सिंदूर और पंचामृत
- बताशे, इत्र, चौकी और लाल वस्त्र के साथ कलश
- शंख, आसन, थाली, चांदी का सिक्का।
- कमल का फूल और हवन कुंड।
- हवन सामग्री, आम के पत्ते और प्रसाद
- रोली, कुमकुम, अक्षत (चावल), पान।
- इस दौरान सुपारी, नारियल और मिट्टी के दीए संग रुई भी शामिल करें.