Govardhan Puja Kab Ki Hai : हिंदू धर्म में गोवर्धन पूजा दीपावली के अगले दिन मनाया जाता है, गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पूजा भी कहते हैं। इस दिन पूरे धूमधाम के साथ गोवर्धन पूजा की जाती है, धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इस दिन लोग गोवर्धन पूजा अर्चना करते हैं। गोवर्धन पूजा को हम लोग भगवान कृष्ण के हाथों इंद्रदेव को घमंड तोड़े जाने के उपलक्ष में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इंद्रदेव ने ब्रज वासियों से गुस्सा होकर मूसलाधार बारिश की थी तब भगवान कृष्ण बृजवासियों को इंद्रदेव के कर से बचने के लिए गोवर्धन पर्वत उठाया था, तभी से हम लोग गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत की प्रतिमा बनाकर पूजा अर्चना करते हैं।
गोवर्धन पूजा कब है ? ( Govardhan Puja Kab Ki Hai )
गोवर्धन पूजा प्रत्येक वर्ष दीपावली के अगले दिन यानी कार्तिक शुक्ल पतिपदा तिथि के दिन मनाया जाता है। क्योंकि इस बार दीपावली 21 अक्टूबर 2025 को मनाई जाएगी तो इस हिसाब से गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा।
गोवर्धन पूजा शुभ मुहूर्त
- गोवर्धन पूजा प्रातः काल शुभ मुहूर्त सुबह 6:26 से लेकर सुबह 8:42
- गोवर्धन पूजा संध्या काल शुभ मुहूर्त दोपहर 3:29 से लेकर शाम 5:44 तक
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गोवर्धन पूजा क्यों की जाती है ?
गोवर्धन पूजा को हम सभी लोग भगवान कृष्ण के हाथों इंद्रदेव के घमंड तोड़ने के याद में मानते हैं और इस दिन गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है। एक बार इंद्रदेव ने ब्रज वासियों से गुस्सा होकर मूसलाधार बारिश शुरू कर दी थी और लगातार बारिश होने की वजह से पूरा बृजवासी पानी से तरह-तरह ही हो गए थे तब भगवान श्री कृष्णा गोवर्धन पर्वत उठाकर उसमें सभी बृजवासी को सुरक्षित बचाया था। तब से सभी हिंदू भाई लोग गोवर्धन पर्वत की पूजा करते आ रहे हैं।
गोवर्धन पूजा के दिन क्या करना चाहिए?
- गोवर्धन पूजा के दिन आप सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाएं।
- अब आपको मध्य में भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा स्थापित करनी है।
- अब आप छप्पन भोग तैयार करके भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन महाराज को अर्पित करें।
- छप्पन भोग में आप कढ़ी चावल बाजार और माखन मिश्री जरूर शामिल करें।
- गोवर्धन पूजा के दिन गए पूजा का बहुत ही विशेष महत्व है आप इस दिन गाय को स्नान कर कर तिलक लगाए और फूल माला पहना है साथ ही गए को हरा चारा खिलाएं।
- गोवर्धन पर्वत की आकृति की सात बार परिक्रमा करें और इस दिन भगवान श्री कृष्ण के मंदिर जाकर दर्शन जरूर करें।