Pradeep Mishra Ke Bhajan : अगर आप प्रदीप मिश्रा के भजन लिरिक्स में पढ़ना चाहते हैं तो आपके लिए यह आर्टिकल बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाला है। यहां पर हम आपके Pradeep Mishra Ke Bhajan – प्रदीप मिश्रा के भजन लिखे हुए की पूरी लिस्ट लेकर आए हैं, यहां पर आपको प्रदीप मिश्रा के भजन यानी कि जो प्रदीप मिश्रा के सबसे पॉपुलर और अधिक गए जाने वाले भजन है उनकी पूरी लिस्ट यहां पर हमने प्रोवाइड की है, प्रदीप मिश्रा के भजन गाने में आपको किसी भी तरह की समस्या ना हो इसके लिए हमने आपको प्रदीप मिश्रा के भजन लिखे हुए की पूरी लिस्ट नीचे प्रोवाइड कर रहे हैं –
Pradeep Mishra Ke Bhajan – प्रदीप मिश्रा के भजन लिखे हुए
पुजारी खोल जरा पट द्वार लिरिक्स
पुजारी खोल जरा पट द्वार,
बंद कोठरी में बैठा है,
बंद कोठरी में बैठा मेरा,
सांवरिया सरकार,
पुजारी, खोल जरा पट द्वार,
पुजारी, ख़ोल जरा पट द्वार।
थके हुए हैं भक्त बिचारे,
मोहनी रूप दिखा दे प्यारे,
प्रेमी जन को ना बिसरा रै,
आग बरसता सूरज सिर पर,
आग बरसता सूरज सिर पर,
लम्बी लगी कतार,
पुजारी, खोल जरा पट द्वार,
पुजारी, ख़ोल जरा पट द्वार।
निष्ठुर क्यों भक्तों को धकेले,
व्यर्थ करे झंझट ये झमेले,
भक्त बिना भगवान अकेले,
दीनानाथ की शरण पड़ा है,
दीना नाथ की शरण पड़ा है,
ये दुखिया संसार,
पुजारी, खोल जरा पट द्वार,
पुजारी, ख़ोल जरा पट द्वार।
सेवा ही अधिकार है तेरा,
मैं ठाकुर का ठाकुर मेरा,
बीच भला क्या काम है तेरा,
मंदिर कारागार नहीं है,
मंदिर कारागार नहीं है,
जिस पर तेरा अधिकार,
पुजारी, खोल जरा पट द्वार,
पुजारी, ख़ोल जरा पट द्वार।
बाहर प्रेमी तरस रहा है,
अन्दर ठाकुर सिसक रहा है,
हर्ष कहाँ तू खिसक रहा है,
जीव ब्रम्ह को मिलने दे क्यों,
जीव ब्रम्ह को मिलने दे क्यों,
व्यर्थ बना दीवार,
पुजारी, खोल जरा पट द्वार,
पुजारी, ख़ोल जरा पट द्वार।
पूजारी खोल जरा पट द्वार,
बंद कोठरी में बैठा है,
बंद कोठरी में बैठा मेरा,
साँवरिया सरकार,
पुजारी, खोल जरा पट द्वार,
पुजारी, ख़ोल जरा पट द्वार।
भोले बाबा तेरी नौकरी सबसे बढ़िया है सबसे खरी लिरिक्स
भोले बाबा तेरी नौकरी
सबसे बढ़िया है सबसे खरी
तेरे दरवाजे की चाकरी
सबसे बढ़िया है सबसे खरी
हो हो भोले बाबा तेरी नौकरी
सबसे बढ़िया है सबसे खरी
जब से तेरा गुलाम हो गया
तब से मेरा भी नाम हो गया
वरना औकात क्या थी मेरी
सबसे बढ़िया है सबसे खरी
भोले बाबा तेरी नौकरी
सबसे बढ़िया है सबसे खरी
सुन भक्तों की पुकार होके नंदी पे सवार लिरिक्स
सुन भक्तों की पुकार होके नंदी पे सवार,
काशी नगरी से आये हैं भोले शंकर
भस्मी रमाये देखो डमरू बजाये,
कैसा निराला भोले रूप सजाये,
गले में है सर्पो का हार होके नंदी पे सवार,
काशी नगरी से आये हैं भोले शंकर.
मृग चाल पहने है जटाओ में गंगा,
चम चम चमकता है माथे पे चंदा,
गौरी मैया के श्रृंगार होके नंदी में सवार,
काशी नगरी से आये हैं भोले शंकर..
देवों के देव इनकी महिमा महान है,
भोले भक्तों के ये तो भोले भगवान है,
करने भक्तों का उद्धार होके नंदी पे सवार,
काशी नगरी से आये हैं भोले शंकर
Shivji Bhajan – शिव जी के भजन हिंदी में लिखे हुए
भगवान तुम्हारे चरणों में मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ लिरिक्स
भगवान तुम्हारे चरणों में,
मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ,
वाणी मैं तनिक मिठास नही,
पर विनय सुनाने आया हूँ ॥
प्रभु का चरणामृत लेने को,
है पास मेरे कोई पात्र नही,
आँखो के दोनो प्यालो मैं,
कुछ भीख माँगने आया हूँ,
भगवान तुम्हारे चरणो में,
मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ ॥
तुमसे लेकर क्या भेंट धरू,
भगवान आप के चरणों में,
मैं भिक्षुक हूँ तुम दाता हो,
सम्बन्ध बताने आया हूँ,
भगवान तुम्हारे चरणो में,
मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ ॥
सेवा को कोई वस्तु नही,
फिर भी मेरा साहस देखो,
रो रो कर आज आँसुओ का,
मैं हार चढ़ाने आया हूँ,
भगवान तुम्हारे चरणो में,
मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ ॥
भगवान तुम्हारे चरणों में,
मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ,
वाणी मैं तनिक मिठास नही,
पर विनय सुनाने आया हूँ ॥
डमरू वाले आजा तेरी याद सताए लिरिक्स
डमरू वाले आजा तेरी याद सताए,
मेरा ये भरोसा कही टूट न जाए
छुपा कहा ओ आजा भोलेनाथ
डमरू वाले आजा तेरी याद सताए
मन ये पुकारे दिल के सहारे
नैना हमारे तेरा रस्ता निहारे
हर पल विचारे छुपा कहाँ हो भोलेबाबा
डमरू वाले आजा तेरी याद सताए
मेरा ये भरोसा कही टूट न जाए
दिल कि ये धड़कन गीत तेरे गाये
रोती है अखियाँ नीर बहाए
कैसे समझाये कहाँ हो भोलेबाबा
डमरू वाले आजा तेरी याद सताए
मेरा ये भरोसा कही टूट न जाए
बड़ा है दयालु भोलेनाथ डमरू वाला लिरिक्स
बड़ा है दयालु भोले नाथडमरू वाला,
जिनके गले में विषधर काला,
नीलकंठ वाला,
भोले नाथ डमरू वाला,
बड़ा है दयालू भोले नाथ डमरू वाला।
बैठे पर्वत धुनि रमाये,
बदन पड़ी मृगछाला है,
कालो के महाकाल सदाशिव,
जिनका रूप निराला है,
उनकी गोदी में गजानन लाला,
ओ नीलकंठ वाला,
भोले नाथ डमरू वाला,
बड़ा है दयालू भोले नाथ डमरू वाला।
शीश चन्द्रमा जटा में गंगा,
बदन पे भस्मी चोला है,
तीन लोक में नीलकंठ सा,
देव ना कोई दूजा है,
पि गए पि गए विष का प्याला,
ओ नीलकंठ वाला,
भोले नाथ डमरू वाला,
बड़ा है दयालू भोले नाथ डमरू वाला।
बड़ा है दयालु भोले नाथ डमरू वाला,
जिनके गले में विषधर काला,
नीलकंठ वाला,
भोले नाथ डमरू वाला,
बड़ा है दयालू भोले नाथ डमरू वाला
प्रभु हम भी शरणागत हैं स्वीकार करो तो जाने लिरिक्स
प्रभु हम भी शरणागत हैं,
स्वीकार करो तो जाने,
अब हमे पतित से पावन ,
सरकार करो तो जाने।
प्रेमी जन तुमको पाते,
तुम भक्ति भाव वश आते,
हम कुटिल हृदय से कलुषित,
उपकार करो तो जाने,
प्रभु हम भी शरणागत हैं,
स्वीकार करो तो जानें।
ज्ञानी तुम में तन्मय है,
ध्यानी भी तुम में लय है,
हम अज्ञानी चंचल चित्त,
निस्तार करो तो जाने,
प्रभु हम भी शरणागत हैं,
स्वीकार करो तो जानें।
क्या मुख ले विनय सुनाए,
हम कैसे तुम्हे मनाएं,
अगणित अपराध किये हैं,
उद्धार करो तो जानें,
प्रभु हम भी शरणागत हैं,
स्वीकार करो तो जानें।
जीवन नैयाँ जर्जर है,
पल पल विनाश का भय हैं,
ऐसे ही एक पतित को,
भव पार करो तो जानें,
प्रभु हम भी शरणागत हैं,
स्वीकार करो तो जानें।
प्रभु हम भी शरणागत हैं,
स्वीकार करो तो जाने,
अब हमे पतित से पावन ,
सरकार करो तो जाने।
सुन भोले त्रिपुरारी द्वार तेरे आया हूं लिरिक्स
सुन भोले त्रिपुरारी
द्वार तेरे आया हूं।
भर दो झोली खाली
द्वार तेरे आया हूं ||
तेरी काशी में गंगा बहत है
लाज रखो त्रिपुरारी
द्वार तेरे आया हूं
सुन भोले त्रिपुरारी
द्वार तेरे आया हूं
उज्जैन नगर के राजा होकर
भस्मी रमाय त्रिपुरारी
द्वार तेरे आया हूं
भर दो झोली खाली
द्वार तेरे आया हूं
सुन भोले त्रिपुरारी
द्वार तेरे आया हूं
भर दो झोली खाली
द्वार तेरे आया हूं ||
दक्ष राजा ने यज्ञ रचाया
तांडव करे त्रिपुरारी
द्वार तेरे आया हूं।
भर दो झोली खाली
द्वार तेरे आया हूं।
सुन भोले त्रिपुरारी
द्वार तेरे आया हूं
भर दो झोली खाली
द्वार तेरे आया हूं ||
अब दया करो हे भोलेनाथ मस्त रहूं तेरी मस्ती में लिरिक्स
अब दया करो हे भोलेनाथ
मस्त रहूं तेरी मस्ती में
मेरे सिर पे रख दो अपना हाथ
मस्त रहूं तेरी मस्ती में
अब दया करो हे भोलेनाथ
मस्त रहूं तेरी मस्ती में
तेरे चरणों में हो मेरा माथ
मस्त रहूं तेरी मस्ती में
अब दया करो हे भोलेनाथ
मस्त रहूं तेरी मस्ती में
तेरे द्वार खड़े हैं रख ले लाज
मस्त रहूं तेरी मस्ती में
अब दया करो हे भोलेनाथ
मस्त रहूं तेरी मस्ती में
मैं तो झूम झूम के नाचूं आज
मस्त रहूं तेरी मस्ती में
अब दया करो हे भोलेनाथ
मस्त रहूं तेरी मस्ती में
भोलेनाथ दया करना मैं तेरे भरोसे हूँ लिरिक्स
भोलेनाथ दया करना मैं तेरे भरोसे हूँ
महाकाल दया करना मैं तेरे भरोसे हूँ
ना घर के भरोसे हूँ ना परिवार के भरोसे हूँ
भोलेनाथ दया करना मैं तेरे भरोसे हूँ
ना घर की हो चिंता ना परिवार का हो बंधन
भोलेनाथ दया करना मैं तेरे भरोसे हूँ
शम्भू नाथ कृपा करना मैं तेरे भरोसे हूँ
सारे जग ने ठुकराया है तूने ही संभाला है
भोलेनाथ दया करना मैं तेरे भरोसे हूँ
ना इनके भरोसे हूँ ना उनके भरोसे हूँ
भोलेनाथ दया करना मैं तेरे भरोसे हूँ
भोलेनाथ दया करना मैं तेरे भरोसे हूँ
शम्भू नाथ दया करना मैं तेरे भरोसे हूँ
तूमने इतना दिया रे भोलेनाथ के गम सारे भूल गए लिरिक्स
तूमने इतना दिया रे भोलेनाथ,
के गम सारे भूल गए।
तूमने आंखे दी है जिसमे ज्योति दी है,
तेरे दर्शन करुंगी भोलेनाथ,
के गम सारे भूल गए,
तूने इतना दिया रे भोलेनाथ,
के गम सारे भूल गये।
तूमने कान दिए जिसमे पर्दा दिया,
तेरी कथा सुनूंगी भोलेनाथ के,
के गम सारे भूल गए,
तूने इतना दिया रे भोलेनाथ,
के गम सारे भूल गये।
तूमने कंठ दिया जिसमे जिव्हा दी है,
तेरे भजन करुंगी भोलेनाथ के,
के गम सारे भूल गए,
तूने इतना दिया रे भोलेनाथ,
के गम सारे भूल गये।
तूमने हाथ दिए जिसमे बंधन दिया,
मैं तो दान करुंगी भोलेनाथ,
के गम सारे भूल गए,
तूने इतना दिया रे भोलेनाथ,
के गम सारे भूल गये।
तूमने पाँव दिए जिसमे बंधन दिया,
मैं तीर्थ करुंगी भोलेनाथ,
के गम सारे भूल गए,
तूने इतना दिया रे भोलेनाथ,
के गम सारे भूल गये।
रिश्ता तेरा मेरा सबसे है प्यारा लिरिक्स
रिश्ता तेरा मेरा सबसे है प्यारा
तू मेरा बाबा हु मै तेरा लाला
रिश्ता यशोदा का जो श्याम से है
कौशल्या का रिश्ता जो राम से है
तू मेरी पूजा मन्नत है मेरी
तेरे ही कदमों मे जन्नत है मेरी
तूने मुझे अपने साँचे मे ढाला
तू मेरा बाबा हु मै तेरा लाला
रिश्ता तेरा मेरा सबसे है प्यारा
तू मेरा बाबा हु मै तेरा लाला
बाबा तूने अपने साँचे मे ढाला
संसार तेरे ही दम पे बना है
तू मेरी पूजा मन्नत है मेरी
तेरे ही कदमों मे जन्नत है मेरी
बंधन ये सारा जहा से है न्यारा
तू मेरा बाबा हु मै तेरा लाला
रिश्ता तेरा मेरा सबसे है प्यारा
तू मेरा बाबा हु मै तेरा लाला
ऐसी सुबह ना आए आए ना ऐसी श्याम लिरिक्स
शिव है शक्ति शिव है भक्ति,
शिव है मुक्ति धाम
शिव है ब्रह्मा शिव है विष्णु,
शिव है मेरा राम
ऐसी सुबह ना आए,
आए ना ऐसी श्याम
जिस दिन जुबा पे मेरी
आए ना शिव का नाम
मन मंदिर में वास है तेरा,
तेरी छवि बसाई
प्यासी आत्मा बनके जोगन,
तेरी शरण में आई
तेरी ही शरण में पाया,
मैंने यह विश्राम
ऐसी सुबह ना आए,
आए ना ऐसी शाम
तेरी खोज में ना जेने,
कितने युग मेरे बीते
अंत में काम क्रोध मद हारे,
हे भोले तुम जीते
मुक्त किया तूने प्रभु मुझको,
शत शत है प्रणाम
ऐसी सुबह ना आए,
आए ना ऐसी शाम
सर्व कला संम्पन तुम्ही हो.
हे मेरे परमेश्वर
दर्शन देकर धन्य करो अब,
हे त्रिनेत्र महेश्वर
भाव सागर से तर जाउंगी,
लेकर तेरा नाम
ऐसी सुबह ना आए,
आए ना ऐसी शाम
सुना है हमने ओ भोले तेरी काशी में मुक्ति है लिरिक्स
सुना है हमने ओ भोले
तेरी काशी में मुक्ति है,
उसी मुक्ति को पाने को
मैं काशी नगरी आया हूं,
मेरे भोले बम्म भोले
मैं काशी नगरी आया हूं,
सुना है हमने ओ भोले ते
री काशी में गंगा है,
उसी गंगा को पानी को
मैं काशी नगरी आया हूं,
मेरे भोले बम्म भोले
मैं काशी नगरी आया हूं,
सुना है हमने ओ भोले
तेरी काशी में भक्ती है,
उसी भक्ति को पाने को
मैं काशी नगरी आया हूं,
मेरे भोले ओ बम्म भोले
मैं तेरी काशी में आया हूं ,
मैं अक्षय पाटील मुंबई का रहने वाला हूं, मैं मुंबई यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है, मुझे आध्यात्मिक एस्ट्रोलॉजी चीजों से बहुत ही अधिक जुड़ाव है जिसकी वजह से मैं डिजिटल मार्केटिंग के साथ-साथ आध्यात्मिक और एस्ट्रोलॉजी पर कंटेंट राइटिंग करता हूं, मैं पिछले दो वर्षों से कंटेंट राइटिंग का वर्क कर रहा हूं और पिछले 3 महीने से bhaktisanchar.com वेबसाइट पर कंटेंट राइटिंग और एडिटर के तौर पर काम कर रहा हूं।