पुत्रदा एकादशी कब है

पुत्रदा एकादशी कब है, जानिए पुत्रता एकादशी का महत्व, व्रत विधि और पूजा विधि

वर्ष 2025 की पहली एकादशी पुत्रदा एकादशी पड़ रही है, हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत ही बड़ा महत्व माना गया है। एकादशी व्रत रहने से मनुष्य की जिंदगी में सुख शांति मिलती है और जिंदगी में चल रहे कष्टों से छुटकारा मिलता है। एकादशी व्रत भगवान विष्णु जी को समर्पित है, इस बार पुत्रदा एकादशी पड़ रही है, इस दिन भगवान विष्णु जी का व्रत करने से दांपत्य को संतान प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

जनवरी महीने की पहली एकादशी जिसे पुत्रदा एकादशी कहते हैं, पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की आराधना करने से व्रत रहने से जिन दंपति को संतान प्राप्ति नहीं हो रही है उनके लिए यह एकादशी व्रत बहुत ही खास है। पुत्रदा एकादशी के दिन सच्चे मन से कोई भी दंपति भगवान विष्णु की पूजा करता है और आराधना करता है तो उसकी जिंदगी में सुख संपन्न के साथ-साथ संतान प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है। पुत्रदा एकादशी कब है, महत्व पूजा विधि और व्रत विधि से जुड़ी पूरी जानकारी आपको देते हैं।

पुत्रदा एकादशी कब है?

प्रत्येक वर्ष 24 एकादशी व्रत पढ़ते हैं, वर्ष 2025 की जनवरी महीने की पहली पुत्रदा एकादशी पड़ रही है। पौष महीने के शुक्ल पक्ष को एकादशी व्रत पड़ेगा। पुत्रदा एकादशी व्रत 10 जनवरी 2025 को पड़ेगी, पुत्रदा एकादशी व्रत के दिन आप भगवान विष्णु की पूजा करके और व्रत रहकर भगवान विष्णु को प्रसन्न कर सकते हैं और मनचाही वर प्राप्त कर सकते हैं।

पुत्रदा एकादशी व्रत शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार पुत्रदा एकादशी का शुभ मुहूर्त 9 जनवरी 2025 को दोपहर 1:12 पर शुरू होगी, और इसका समापन अगले दिन 10 जनवरी को दोपहर 12:45 पर होगा।उदया तिथि के अनुसार एकादशी का शुभ मुहूर्त 10 जनवरी को ही मनाया जाएगा और इस दिन ही भगवान विष्णु जी की पूजा और व्रत रखा जाएगा।

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पुत्रदा एकादशी व्रत का महत्व

हिंदू धर्म में सभी एकादशी का बहुत ही बड़ा विशेष महत्व माना जाता है, लेकिन जिन दंपतियों के जिंदगी में संतान सुख प्राप्त नहीं हो रहा है उनके लिए पुत्रता एकादशी व्रत का बहुत ही बड़ा महत्व माना जाता है। संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपत्ति पुत्रदा एकादशी व्रत के दिन भगवान विष्णु जी और माता तुलसी जी की पूजा करें और पूरे विधि विधान के साथ पूजा करें। ऐसा करने से आपके टेंप्ट जीवन में सुख समृद्धि मिलेगी और साथ में आपको संतान प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त होगा।

पुत्रदा एकादशी के दिन करें यह खास उपाय

ज्योतिष आचार्य और पंडित के अनुसार अगर कोई दंपति जिनको संतान नहीं हो रही है वह पुत्र का एकादशी के दिन यह खास उपाय करते हैं तो उनकी जिंदगी में संतान प्राप्ति का सुख प्राप्त होता है। आप पुत्रदा एकादशी के दिन सुबह नहा धोकर भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप यानी लड्डू गोपाल को पंचामृत से स्नान कर पंचोपचार विधि से पूजा करें। इसके अलावा लड्डू गोपाल के मनपसंद व्यंजन का भोग लगाए और संतान गोपाल मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से भगवान श्री कृष्णा आप पर प्रसन्न होंगे और आप ही सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगे।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

पुत्रदा एकादशी का क्या महत्व है?

पुत्रदा एकादशी व्रत संतान प्राप्ति के लिए रखा जाता है इस दिन भगवान विष्णु और माता तुलसी की पूजा करने से दंपति को संतान प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

जनवरी 2025 की एकादशी व्रत कब है ?

जनवरी 2025 की पहली पुत्रदा एकादशी व्रत 10 जनवरी 2025 को है।

पुत्रदा एकादशी के दिन क्या खाना चाहिए ?

पुत्रदा एकादशी व्रत के दौरान आप शकरकंदी साबूदाना आलू कुट्टू की पकौड़ी और सेंधा नमक का सेवन कर सकते हैं इसके अलावा आप फलाहारी में दूध फल बादाम का सेवन कर सकते हैं।

पुत्रदा एकादशी पर क्या दान करना चाहिए?

पुत्रदा एकादशी के दिन जरूरतमंद लोगों को वस्त्र अन्य धन का दान करना चाहिए, इसके अलावा इस दिन मोर पंख का दान करना बहुत ही शुभ माना जाता है।

निष्कर्ष ( Conclucation )

आप सभी लोगों को इस आर्टिकल के माध्यम से जनवरी के महीने में पड़ने वाली पुत्रदा एकादशी व्रत के बारे में जानकारी दी है। पुत्रदा एकादशी व्रत कब है, पुत्रदा एकादशी व्रत क्यों मनाई जाती है इसका महत्व से जुड़ी आपको हर प्रकार की जानकारी दी गई है। अगर आप भी व्रत त्यौहार आध्यात्मिक बातें और राशिफल से जुड़ी जानकारी पाना चाहते हैं तो आप इस वेबसाइट को बुकमार्क जरूर करें।

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