सत्यनारायण पूजा सामग्री लिस्ट – हिंदू धर्म में सत्यनारायण कथा का बहुत ही विशेष महत्व है। सत्यनारायण कथा पूर्णिमा एकादशी या फिर गुरुवार के दिन की जाती है। सत्यनारायण कथा करने से मनुष्य के सभी दुख तकलीफ कष्ट और पाप समाप्त होते हैं। भगवान सत्यनारायण की कथा पुरुष और स्त्री दोनों सुन सकते हैं। सत्यनारायण कथा का पाठ पंडित जी के द्वारा कराया जाता है। अगर आप सत्यनारायण कथा सुनने जा रहे हैं तो आपको सत्यनारायण पूजा सामग्री की आवश्यकता पड़ेगी, सत्यनारायण पूजा सामग्री लिस्ट से जुड़ी पूरी जानकारी आपको नीचे दी जाएगी जिससे कि आपको पूजा के समय किसी भी तरह की कोई समस्या ना हो।
सत्यनारायण पूजा सामग्री लिस्ट
श्रीफल
सुपारी
लौंग और इलायची
पान के पत्ते
रोली और मोली
जनेऊ
दही
कच्चा दूध
देसी घी
शहद
शक्कर
साबुत चावल
पंच मेवा
पंच मिठाई
ऋतु फल
फूल माला और फूल
धूप और अगरबत्ती
हवन सामग्री
जौ
काले तिल
मिट्टी का बड़ा दीया
रुई
पीला कपड़ा
कपूर
दोने
आम के पत्ते
आम की लकड़ियां
केले के पत्ते
पंजीरी
ब्राह्मण को वस्त्र और दक्षिणा
यह भी पढ़ें – श्री नारायण कवच का पाठ करने से असफलता और विपत्तियों से छुटकारा, प्रतिदिन पढ़े नारायण कवच का पाठ
सत्यनारायण कथा व्रत की महिमा
सत्यनारायण कथा के बारे में खुद नारद जी ने बताया है कि सत्यनारायण कथा पाठ करने से दुखों से परेशान लोगों की दुखों का नाश होता है। कलयुग में सभी दुख पाप और समस्याओं से निजात पाने का सत्यनारायण कथा एक साधारण उपाय है। सत्यनारायण कथा पाठ एक ऐसा साधन है जिसके माध्यम से आप सभी पापों से मुक्ति पा सकते हैं और जीवन में सुख शांति समृद्धि का सकते हैं, सत्यनारायण कथा का पाठ निर्धन धनवान राजा ब्राह्मण कोई भी व्यक्ति सुन सकता है।
सत्यनारायण कथा पूजा नियम
- सत्यनारायण कथा का पाठ एकादशी बृहस्पतिवार और पूर्णिमा तिथि के दिन करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
- सत्यनारायण व्रत के दौरान व्रत रखना अनिवार्य है।
- सत्यनारायण कथा के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और उसके बाद साफ कपड़े पहनकर भगवान सत्यनारायण की पूजा करें।
- सत्यनारायण कथा का पाठ आप संध्या काल में पंडित जी को बुलाकर कथा सुने।
- सत्यनारायण कथा पाठ के समय आप अधिक से अधिक लोगों को भगवान सत्यनारायण कथा पाठ सुनने के लिए आमंत्रित करें।
- भगवान सत्यनारायण कथा समाप्त होने के बाद सभी लोगों को प्रसाद वितरित करें और खुद भी प्रसाद ग्रहण करें।