Hanuman Jayanti Kab Ki Hai : हनुमान जयंती कब है, जानिए पूजन का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

हनुमान जयंती का पर्व हनुमान जी के भक्तों के लिए बहुत ही विशेष महत्व रखता है। हनुमान जन्मोत्सव का पर्व प्रत्येक वर्ष दो बार मनाया जाता है, धार्मिक ग्रंथो के अनुसार हनुमान जयंती प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी और चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। हम सभी भक्त लोगों के मन में सवाल है कि इस बार चैत्र महीने में हनुमान जयंती कब है ( Hanuman Jayanti Kab Ki Hai ), इसके बारे में आपको पूरी जानकारी मिलेगी और साथ में हनुमान जयंती शुभ मुहूर्त पूजा विधि के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।

हनुमान जयंती पर्व को पूरे भारतवर्ष में सभी श्रद्धालु लोग सच्चे मन और श्रद्धा भाव के साथ मनाते हैं। हनुमान जयंती पर्व को हम सभी हिंदू भाई लोग हनुमान जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं। हिंदू पुराणों के अनुसार इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से भक्त लोगों की सभी समस्याएं दूर होती हैं और हनुमान जी की कृपा सदा उनके ऊपर बनी रहती है। अब हम आपके बिना देरी करें बताते हैं कि अप्रैल महीने में हनुमान जयंती कब है

हनुमान जयंती कब है ? ( Hanuman Jayanti Kab Ki Hai )

हनुमान जयंती का पर्व प्रत्येक वर्ष दो बार मनाया जाता है। हिंदू ग्रंथो के अनुसार हनुमान जयंती पर्व चैत्र महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है। वर्ष 2025 में चैत महीने की पूर्णिमा 12 अप्रैल 2025 को पड़ रही है, इस वजह से इस बार हनुमान जयंती का पर्व 12 अप्रैल 2025 को पूरे भारतवर्ष में धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। हनुमान जयंती के दिन भगवान हनुमान की पूजा करने से जिंदगी में चली आ रही बाधाएं दूर होती हैं जिंदगी में सुख शांति मिलती है।

हनुमान जयंती पूजा का शुभ मुहूर्त

हनुमान जयंती: शनिवार, 12 अप्रैल, 2025

पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 12 अप्रैल, 2025 को सुबह 03:21 बजे

पूर्णिमा तिथि समाप्त: 13 अप्रैल, 2025 को सुबह 05:51 बजे

हनुमान जन्मोत्सव का महत्व

हिंदू धर्म में हनुमान जन्मोत्सव का बहुत ही विशेष महत्व माना जाता है। हनुमान जन्मोत्सव का पर्व भगवान श्री राम के परम भक्त हनुमान जी के समर्पित है और इस दिन सच्चे मन के साथ भगवान हनुमान जी की पूजा करने से वक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है और हनुमान जी का आशीर्वाद सदा बना रहता है। हनुमान जन्मोत्सव के दिन पूरे भारतवर्ष में मंदिरों में भगवान हनुमान जी की पूजा की जाती है भजन कीर्तन होते हैं और भंडारे आयोजित किए जाते हैं।

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हनुमान जयंती कैसे मनाई जाती है?

हिंदू पुराणों के अनुसार हनुमान जयंती का पर्व हनुमान जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। भगवान हनुमान जी का जन्म चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि के दिन हुआ था इसलिए हिंदू धर्म में पूरे धूमधाम के साथ चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि के दिन हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाता है। हनुमान जयंती के दिन भगवान हनुमान जी के साथ-साथ भगवान श्री राम और माता सीता जी की पूरे विधि विधान के साथ पूजा की जाती है और सच्चे मन के साथ लोग व्रत रखते हैं।

हनुमान जयंती के दिन सभी भक्त लोगों को सच्चे मन के साथ व्रत रखना चाहिए और पूरे विधि विधान के साथ पूजा करनी चाहिए। इस दिन सभी भक्त लोग हनुमान जी के मंदिर जाकर हनुमान जी को सिंदूर भेंट करें और लाल वस्त्र भेंट करें। इसके अलावा आप फल और मिठाइयां भगवान हनुमान जी के चरणों में भेंट करें। आप इस दिन पीले लड्डू के साथ-साथ घर पर बने हुए व्यंजन का भोग लगाए। इसके अलावा आप भगवान हनुमान जी की आरती करें और सुंदर कांड का पाठ जरूर करें।

हनुमान जयंती के दिन लगाए यह भोग

भगवान हनुमान जी को मीठा व्यंजन बहुत ज्यादा पसंद है, इसलिए हम सभी लोगों को हनुमान जयंती के दिन बूंदी के लड्डू, बेसन के लड्डू, जलेबी, खीर को घर पर बनाकर इसका भोग जरूर लगाना चाहिए। आप व्यंजन को घर पर बनाकर हनुमान जी के लिए भोग तैयार कर सकते हैं।

हनुमान जयंती पूजा विधि

  • हनुमान जयंती के दिन आप सुबह उठकर सबसे पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहने।
  • स्नान करने के बाद आप हनुमान जी की मूर्ति स्थापित करें।
  • अब आप हनुमान जी की प्रतिमा को गंगाजल स्नान करें।
  • अब आप हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें।
  • इसके बाद आप फूल अर्पित करें और फल और मिठाई का भोग लगाए।
  • अब आप हनुमान चालीसा, बजरंग बाण और हनुमान अष्टक का पाठ करें।
  • इसके बाद आप सुंदरकांड का पाठ करें और भगवान के सामने हाथ जोकर अपनी गलतियों को माफी मांगे।