क्या पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं

क्या पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं ? शास्त्रों के अनुसार क्या है नियम

हिंदू धर्म में पूजा के दौरान बहुत सारी बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। हिंदू धर्म में खास तौर पर औरतों के लिए पूजा करने के लिए बहुत सारे नियम है। सभी औरतों के लिए पीरियड के दौरान पूजा को लेकर बहुत सारी कन्फ्यूजन रहती है। आखिर पीरियड के दौरान औरतों को कब पूजा करनी चाहिए,” क्या पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं” ऐसे कई सारे सवाल रहते हैं।

औरतों के मन में पीरियड के दौरान पूजा को लेकर जो जो सवाल रहते हैं, हम आपके यहां पर सभी सवालों का जवाब देंगे। हिंदू शास्त्रों के अनुसार महिलाओं को पीरियड के दौरान कब पूजा करनी चाहिए और किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए कब पूजा नहीं करना चाहिए इसके बारे में हम आपको पूरी जानकारी देंगे। हिंदू धर्म में पूजा पाठ को बहुत ही शुद्ध माना जाता है, इस दौरान किसी भी तरह की कोई गलती नहीं करनी चाहिए। अगर आपके मन में सवाल है क्या पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं तो हम आपके यहां पर सवाल का सटीक जवाब देंगे।

पीरियड के दौरान महिलाओं के लिए कुछ नियम एवं शर्तें

अगर किसी महिला के पीरियड चल रहे हैं, हिंदू शास्त्रों के अनुसार पीरियड के दौरान महिलाओं के लिए कुछ नियम एवं शर्तें रखी गई है, जिनका सभी महिलाओं को पालन करना चाहिए।

  • पीरियड के दौरान महिला को मंदिर में जाना पूरी तरह से वर्जित है।
  • हिंदू शास्त्रों के अनुसार मासिक धर्म के समय महिला के शरीर पूरी रूप से अस्वस्थ होता है। क्योंकि मासिक धर्म के दौरान महिला के शरीर से अशुद्ध रक्त स्राव होता है जिसकी वजह से उनका शरीर अशुद्ध होता है।
  • महिलाओं को पीरियड के दौरान अपवित्र माना जाता है यही वजह है कि इस दिन किसी मंदिर में जाना और पूजा करना पूरी तरह से वर्जित है।
  • हिंदू शास्त्रों के अनुसार मासिक धर्म के दौरान महिला को किचन में जाना भी पूरी तरह से वर्जित माना गया है।

क्या पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं ?

पीरियड के दौरान औरतों के मन में सबसे बड़ा सवाल रहता है कि क्या पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं। हिंदू शास्त्रों के अनुसार बताया गया है कि सभी महिलाएं पीरियड के चार दिन तक ना तो कहीं मंदिर जा सकती हैं और ना ही किसी तरह की पूजा में शामिल हो सकते हैं।

महिलाओं में अधिकतर पीरियड की अवधि 7 दिनों की होती है ऐसे में मंदिर में जाना पूरी तरह से वर्जित माना जाता है। लेकिन ज्योतिष के अनुसार महिलाएं पीरियड समाप्त होने के पांचवें दिन नहा धोकर बालों को अच्छी तरह से धोकर मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं। पीरियड समाप्त होने के पांचवें दिन शुद्धिकरण के लिए सबसे अच्छा दिन माना जाता है। इसलिए आप सभी महिलाएं पीरियड के पांचवें दिन मंदिर जा सकती हैं और पूजा कर सकती हैं।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या पीरियड के चार दिन बाद पूजा कर सकते हैं ?

जी नहीं पीरियड के 5 दिन बाद पूजा करना सबसे शुभ माना जाता है इस दौरान आप नहा धोकर और अपने बालों को अच्छी तरह से धोकर मंदिर जा सकते हैं और पूजा कर सकते हैं।

पीरियड के कितने दिन बाद पूजा कर सकते हैं ?

पीरियड के पांचवें दिन पूजा पाठ करना और मंदिर जाना शुभ माना जाता है। आप पीरियड के पांचवें दिन नहा धोकर बालों को अच्छी तरह से धोकर मंदिर जा सकते हैं और पूजा कर सकते हैं।

क्या हम अपने पीरियड के चौथे दिन व्रत रख सकते हैं?

पीरियड के चौथे दिन पूजा पाठ करना पूरी तरह से वर्जित माना गया है हालांकि आप पीरियड के चौथे दिन करवा चौथ का व्रत रख सकते हैं।

हिंदू धर्म में उपवास करते समय पीरियड आने पर क्या करना चाहिए ?

हिंदू धर्म में उपवास करते समय अगर किसी महिला को पीरियड आता है तो महिला को इस टाइम पूजा पाठ और व्रत नहीं करना चाहिए।

निष्कर्ष ( Conclucation )

आप सभी लोगों को इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है कि क्या पीरियड के चौथे दिन पूजा कर सकते हैं। अगर आप सभी महिलाएं पूजा पाठ करती हैं और आपके मन में पीरियड के दौरान पूजा पाठ को लेकर किसी भी तरह की कोई शंका रहती है तो यहां पर हमने आपको पीरियड के दौरान कब पूजा करनी चाहिए और कब पूजा नहीं करनी चाहिए इसके बारे में पूरी जानकारी दी है। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो आप कमेंट करके जरूर बताएं।